“शाकिब की बांग्लादेश टीम में वापसी पर संकट! क्या अब होगा क्रिकेट का अंत?

बांग्लादेश के क्रिकेट जगत में हाल ही में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है क्योंकि बांग्लादेश के खेल सलाहकार आसिफ महमूद ने शाकिब अल हसन को राष्ट्रीय टीम में वापसी से पूरी तरह मना कर दिया है। शाकिब ने सोशल मीडिया पर बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को उनके जन्मदिन की बधाई दी थी, जिस पर आसिफ महमूद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि अब वह शाकिब को बांग्लादेश की जर्सी पहनाने की इजाजत नहीं देंगे।

खेल सलाहकार आसिफ महमूद के अनुसार, शाकिब अल हसन अवामी लीग की राजनीति में गहराई से जुड़े हुए हैं, और इसलिए उनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि अब तक कई बार शाकिब ने देश में खेलने और लौटने का प्रयास किया, लेकिन राजनीतिक दबाव और उनकी पार्टी के चलते ये सब असंभव हो गया। आसिफ महमूद का कहना है कि उन्होंने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) को स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं कि शाकिब को फिर कभी खेल नहीं खेलना चाहिए।

शाकिब ने इस विवाद पर सफाई देते हुए कहा कि उनका प्रधानमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने का मकसद राजनीति से बिल्कुल अलग था, और उनका क्रिकेट के प्रति सम्मान वाला नजरिया था। उनके अनुसार, वे हसीना से पहले भी क्रिकेट के माध्यम से जुड़े थे और यह केवल एक पारिवारिक शुभकामना थी, न कि किसी को भड़काने की कोशिश। शाकिब पिछले साल जनवरी से अगस्त तक अवामी लीग के सांसद रहे हैं और तब से वे घरेलू और फ्रैंचाइज़ी लीग में खेलते रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय टीम में उनकी वापसी नहीं हो पाई है।

बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच शाकिब की यह स्थिति क्रिकेट प्रेमियों के लिए निराशाजनक रही है। उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि और वर्तमान परिस्थितियों ने उनकी क्रिकेट में वापसी को कठिन बना दिया है। अब सवाल यह बचता है कि शाकिब की यह क्रिकेट कैरियर कैसे आगे बढ़ेगा और क्या क्रिकेट बोर्ड उनकी वापसी के लिए कोई दरवाजा खुला रखेगा या नहीं।

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