India Vs Pakistan: भारत और पाकिस्तान एशिया कप फाइनल के बाद एक बड़े विवाद में फंस गए। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर नवां एशिया कप खिताब (टी20 फॉर्मेट में दूसरा) जीत लिया। तिलक वर्मा की दबदबे वाली हाफ सेंचुरी और आखिर के ओवरों में शानदार शॉट्स ने भारत को जीत दिलाई। लेकिन मैच जितने के बाद जो हुआ, उसने चर्चा का रुख बदल दिया।
ट्रॉफी विवाद कैसे शुरू हुआ?
फाइनल खत्म होने के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी करीब एक घंटे तक टलती रही। पाकिस्तान की टीम देर से पहुंची और फिर असल विवाद तब हुआ जब भारतीय टीम ने एशिया कप ट्रॉफी लेने से मना कर दिया। कारण यह था कि एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी, जो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चीफ और पाकिस्तान के अंदरूनी मंत्री भी हैं, ट्रॉफी देने वाले थे। भारत ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह उनसे न तो हाथ मिलाएगा और न ही उनसे जीत का कप स्वीकार करेगा।
अदृश्य ट्रॉफी
इससे भी हैरान करने वाली बात यह रही कि ट्रॉफी प्रेजेंटेशन स्टेज से हटा दी गई। कमेंटेटर साइमन डूल ने ऐलान किया कि भारत ने पुरस्कार लेने से इंकार कर दिया है, इसलिए सेरेमनी यहीं समाप्त की जा रही है। तिलक वर्मा, अभिषेक शर्मा और कुलदीप यादव को उनके व्यक्तिगत अवॉर्ड स्पॉन्सर्स ने ही दिए, लेकिन किसी ने नक़वी से हाथ नहीं मिलाया।
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि “जीतने के बाद ट्रॉफी न मिलना, मेरे करियर और क्रिकेट इतिहास में सबसे अजीब मौके में से एक है। हमारे लिए असली ट्रॉफी हमारी टीम है, जो ड्रेसिंग रूम में बैठी है।”
बीसीसीआई का नया मोर्चा
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने मीडिया से कहा कि भारत इस मामले पर जल्द ही औपचारिक विरोध दर्ज कराएगा। उन्होंने दावा किया कि भारत को जितनी जल्दी हो सके ट्रॉफी और मेडल दिए जाने चाहिए। बीसीसीआई ने यह भी चेतावनी दी है कि नवंबर में होने वाली आईसीसी कॉन्फ्रेंस में इस पूरे प्रकरण को सबसे बड़े मुद्दे के तौर पर उठाया जाएगा।
हालांकि भारतीय खिलाड़ियों ने मैदान पर जोश जमकर मनाया, लेकिन स्टेज पर अदृश्य ट्रॉफी के दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। यह जीत क्रिकेट इतिहास में सिर्फ रोमांचक मुकाबले के लिए ही नहीं, बल्कि ट्रॉफी विवाद की वजह से भी याद रखी जाएगी।