मंधाना ने तोड़ा क्लार्क का रिकॉर्ड, बनी ओडीआई की शूरवीर

smriti mandhana: भारतीय महिला क्रिकेटर स्मृति मंधाना ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। उन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में 1000 ओडीआई रन का कीर्तिमान स्थापित किया—महिला क्रिकेट में यह पहला अवसर है। इसके अलावा, उन्होंने महिला ओडीआई क्रिकेट में 5000 रन का आंकड़ा भी पार कर लिया।
मंधाना इस उपलब्धि को हासिल करने वाली भारत की दूसरी महिला क्रिकेटर और महिला ओडीआई क्रिकेट की पाँचवीं खिलाड़ी बनी हैं।

रिकॉर्ड तोड़ने की राह में संघर्ष और जीत

इस वर्ष मंधाना ने लगातार शानदार प्रदर्शन किया। पहले वह 982 रन तक पहुंची और फिर रिकॉर्ड से आगे निकल गई।
इससे पहले आस्ट्रेलिया की जानी मानी क्रिकेटर बेलिंडा क्लार्क का 1997 का 970 रन का रिकॉर्ड था, जिसे मंधाना ने तोड़ दिया।
मंधाना को यह सब 112 पारियों में करना पड़ा — वे सबसे कम पारियों में और सबसे कम उम्र में इस उपलब्धि को पाने वाली महिला क्रिकेटर बन गईं।

विश्व कप में अर्धशतकीय पारी और 1000 रन पूरी

जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेला, मंधाना ने 66 गेंदों में 80 रन की पारी खेली, जिसमें नौ चौके और तीन छक्के शामिल थे।
उन्होंने इस मैच के दौरान ही 1000 रन पूरा किया और 5000 रन के मील का पत्थर को भी पार किया।
उनके इस शानदार प्रदर्शन ने टीम इंडिया को एक मजबूत शुरुआत दिलाई।

टीम इंडिया में मंधाना का महत्व और योगदान

मंधाना की यह उपलब्धि सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि भारतीय महिला टीम के लिए गर्व की बात है।
उनका भरोसेमंद प्रदर्शन ऊपर से दबाव को कम करता है और टीम को आत्मविश्वास देता है।
वर्तमान समय में भारत को ऐसे खिलाड़ियों की ज़रूरत है जो निरंतरता दिखाएँ — मंधाना उसी भूमिका को निभा रही हैं।

आगे की चुनौतियाँ और संभावनाएँ

अब सवाल यह है कि मंधाना आगे क्या करेगी? इस विश्व कप अभियान में और भी मुकाबले बाकी हैं, जहाँ वह अपने रिकॉर्ड को और बेहतर कर सकती हैं।
वहीं टीम की बाकी बल्लेबाज़ियों को भी उनके साथ तालमेल बिठाकर मील के पत्थर बनाना है।
मंधाना जैसे स्टार खिलाड़ी से प्रेरणा ले कर नई पीढ़ी खिलाड़ियों को भी अवसर मिलेगा।

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