England 903 runs test match: क्रिकेट में हर दिन नए रिकॉर्ड बनते और टूटते रहते हैं, लेकिन इंग्लैंड ने जो कमाल साल 1938 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिखाया, उसे भुलाना मुश्किल है। उस समय क्रिकेट उतना आधुनिक नहीं था, न बल्लेबाजों के पास आज जैसी सुविधा थी, न गेंदबाजों के लिए पिचें मनोरंजक थीं। बावजूद इसके, इंग्लैंड टीम ने द ओवल में इतिहास लिख दिया।
इस ऐतिहासिक टेस्ट में इंग्लिश टीम ने पहली पारी में 903 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया। लियोनार्ड हटन ने 364 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 847 गेंदें शामिल थीं। उनके अलावा मौरिस लेलैंड ने 187 रन और जो हार्डस्टाफ ने नाबाद 169 रन बनाए। कप्तान वैली हैमंड ने भी उपयोगी 53 रन बनाए।
इंग्लैंड की टीम ने 335.2 ओवर खर्च किए और 903/7 पर पारी घोषित कर दी। इस स्कोर के सामने ऑस्ट्रेलियाई टीम पूरी तरह टूट गई। उनकी पहली पारी सिर्फ 201 रन पर सिमट गई, और दूसरी पारी में 123 रन ही बना पाए। इंग्लैंड ने यह मैच पारी और 579 रन से जीत लिया जो आज भी ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी टेस्ट हार है।
यह रिकॉर्ड सालों-साल टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर रहा, जब तक 1997 में श्रीलंका ने भारत के खिलाफ 952 रन बना कर इसे पीछे नहीं छोड़ दिया। आज भी क्रिकेट प्रेमी इंग्लैंड की 903 रन वाली पारी को याद रखते हैं क्योंकि ये उस दौर की बल्लेबाजी प्रतिभा और धैर्य का प्रमाण है।
क्रिकेट की लोकप्रियता और रोमांच को इंग्लैंड ने एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया था। न सिर्फ बल्लेबाजों के लिए बल्कि पूरी टीम के लिए यह जश्न मनाने के जैसा मौका था।